Month: September 2021

श्रीवराह_प्राकट्यदिनोत्सवश्रीवराह_प्राकट्यदिनोत्सव



✍️ #हमारीश्लोकरचना©🛕#अनुष्टुप्_छन्दः🛕 अवन्युद्धारकं देवं,वराहं श्रीहरिं प्रभुम्।जगत्संरक्षकं विष्णुं,पौनःपुन्यं नमाम्यहम्॥ अर्थात् : भूमाता के उद्धारक; जगत् के संरक्षक; भगवान् श्रीमहाविष्णुजी के तृतीय अवतार; देवाधिदेव, श्रीहरि; भगवान् श्री वराह जी को मैं पुनः

सूर्य स्तुतिसूर्य स्तुति



#रविवार_०५_सितम्बर_२०२१✍️ #हमारी_श्लोकरचना_©🛕#अनुष्टुप्_छन्दः🛕 जगत्सञ्चालकं देवं,प्रत्यक्षं श्रीहरिं विभुम्। साक्षिणं सर्वकर्माणांतं सूर्यं प्रणमाम्यहम्॥ अर्थात् : जगत् के सञ्चालक; सभी कर्मों के साक्षी; प्रत्यक्ष में दृष्यमान् सर्वव्यापी भगवान् श्री हरि जी; उन भगवान् सूर्य

देव्याराधनादेव्याराधना



#नमो_नारायण_सुप्रभातम् #पूर्णिमान्त_भाद्रपदकृष्ण #अमान्त_श्रावणकृष्ण #एकाशी_द्वादशी #शुक्रवार_०३_सितम्बर_२०२१✍️ #हमारी_श्लोकरचना_© 🛕#अनुष्टुप्_छन्दः🛕 वरलक्ष्मीं महादेवीं सर्वसम्पत्प्रदायिनीम्। सरसिजासनां दिव्यां भूयो भूयो नमाम्यहम्॥ अर्थात् : कमल के आसन पर विराजमान, अपने भक्तों को सभी प्रकार की सम्पदा तथा